क्या वाकई में डूब जायेगा लोगों का LIC -SBI में लगा पैसा
आमजन में भ्रम की स्थिति बनी हुई है, सरकार बेअसर
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भारत के अग्रणी व्यापारी गौतम अडानी के ऊपर पिछले चार-पांच दिनों में एक बहुत बड़ा आर्थिक संकट पैदा हो गया है गौतम अडानी अब से एक हफ्ता पहले विश्व के तीसरे सबसे बड़े अमीर व्यक्ति थे लेकिन अचानक ही एक कंपनी अमेरिकन रिसर्च हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आने के बाद गौतम अडानी की कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज के शेयरों में अचानक से गिरावट आनी शुरू हो गई और वह फिसल कर आज विश्व के टॉप 20 अमीरों की लिस्ट से भी बाहर हो चुके हैं। संकट की इस घड़ी में पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी अडानी की कंपनी अडानी एनर्जी को जोर का झटका लगा है। बांग्लादेश सरकार ने अदानी एनर्जी के
साथ अपने समझौते के दौरान लगे रेट का रिव्यू करने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर सभी विपक्षी दल के सांसदों ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान गौतम अदानी की कंपनी का मुद्दा उठाकर जमकर बवाल काटा और शीतकालीन सत्र के पहले 2 दिन इसी की भेंट चढ़ गए जिसके कारण संसद के दोनो सदनों में कोई कार्य नहीं हो पाया और राज्यसभा व लोकसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित हो गई है। संसद की कार्यवाही से बाहर आने के बाद तमाम विपक्षी दलों के सांसदों ने गौतम अडानी से मोदी की यारी को लेकर सरकार को जमकर घेरा और समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने तो यहां तक कह दिया कि देश के आमजन घबराए हुए हैं क्योंकि मोदी सरकार ने आम लोगों की मेहनत से कमाया हुआ पैसा जो एलआईसी पर एसबीआई जैसे प्रतिष्ठित संस्थाओं में लगा हुआ है सरकार ने उसे गौतम अडानी को दे दिया और अब जब उनके शेयर डूब चुके हैं तो उनका पैसा भी मारा जाएगा। वही आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी अडानी को मोदी का ही आदमी बताते हुए उसकी जांच की मांग की तथा अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने भी एकजुट होकर संसद में एक कमेटी बनाने की मांग की जो गौतम अडानी के ऊपर लगे हुए आरोपों की जांच करें और उसकी रिपोर्ट राज्यसभा व लोकसभा में प्रस्तुत करें। कांग्रेश के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने कहां अगर गौतम अडानी अगर कांग्रेस के सदस्य होते तो अब तक उन पर सभी सरकारी एजेंसियों की रेड लग चुकी होती और उनकी संपत्ति अभी जप्त हो चुकी होती सरकार को चाहिए कि वह इस स्थिति को साफ करें और लोगों को बताएं कि उनका जो पैसा एसबीआई पर एलआईसी जैसे संस्थानों में लगा हुआ है वह सेफ है या नहीं। दूसरी ओर अडानी ग्रुप ने इन सब खबरों के बीच अपना एफपीओ भी वापस ले लिया है जिससे लोगो का शक और भी गहरा होता जा रहा है। बही LIC ने पैसा डूबने की खबरों का खण्डन करते हुए लोगो को विश्वास दिलाते हुए कहा है की उनका पैसा बिल्कुल सेफ है।