पांच हजार की रिश्वत लेते अगवानपुर चौकी प्रभारी गिरफ्तार, निलंबित कर भेजा जेल
एंटी करप्शन टीम ने शस्त्र लाइसेंस की रिपोर्ट के लिए रिश्वत ले रहे दरोगा महेशपाल को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से कुछ रकम भी बरामद की गई है।
By विवेक कुमार शर्मा
Date 22.02.2024
मुरादाबाद : एंटी करप्शन टीम ने बुधवार को अगवानपुर चौकी पर तैनात दरोगा महेश पाल सिंह को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी हेमराज मीना ने दरोगा को निलंबित कर दिया। दरोगा की शिकायत ठेका लेकर मकान बनवाने विशनपुर भीमाठेर गांव निवासी निजार खां ने टीम से की थी।एंटी करप्शन टीम ने बुधवार को अगवानपुर चौकी पर तैनात दरोगा महेश पाल सिंह को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी हेमराज मीना ने दरोगा को निलंबित कर दिया। दरोगा की शिकायत ठेका लेकर मकान बनवाने विशनपुर भीमाठेर गांव निवासी निजार खां ने टीम से की थी।
उनका कहना था कि शस्त्र लाइसेंस के आवेदन पर रिपोर्ट लगाने के एवज में 20 हजार रुपये की मांग की थी। टीम के बताए तरीके को अपनाते हुए निजार खां बुधवार को बतौर एडवांस पांच हजार रुपये लेकर आए। उस वक्त दरोगा सिविल लाइंस थाने के हेल्प डेस्क कक्ष में था। निजार को वहीं बुला लिया। दरोगा के रकम पकड़ते ही टीम ने उसे दबोच लिया। दरोगा को बृहस्पतिवार को बरेली स्थित भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसकी शिकायत पर अगवानपुर चौकी के दरोगा महेश पाल सिंह को मामले की जांच सौंपी गई थी। निजार खां का आरोप है कि इसके बाद शस्त्र लाइसेंस पर रिपोर्ट के लिए वह दरोगा से मिले तो उसने तीन माह उनसे चौकी के चक्कर लगवाए।
सिविल थाना प्रभारी आरपी शर्मा ने बताया कि दरोगा पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तार दरोगा को बरेली स्थित कोर्ट में पेश किया जाएगा।
सिपाही के रूप में महेश की हुई थी भर्ती, पद्दोन्नत होकर बना दरोगा
दरोगा महेश पाल सिंह बतौर सिपाही पुलिस विभाग में भर्ती हुआ था। पदोन्नति के बाद वह दारोगा बना। सिपाही के पद पर भी अगवानपुर चौकी क्षेत्र में तैनाती रही थी। वर्तमान में अगवानपुर चौकी में एक साल से दरोगा के पद पर तैनाती थी। दरोगा मूलरूप से बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र के पलभा गांव का रहने वाला है।
दरोगा लगवा रहा था चौकी के चक्कर, तंग आकर लिया एंटीकरेप्शन टीम का सहारा
हालात देखकर निजार ने एंटी करप्शन टीम की मदद ली। विशनपुर भीमाठेर गांव निवासी निजार खां ने बताया कि पूर्व में दो सिपाहियों ने उनके शस्त्र लाइसेंस के आवेदन पर सही रिपोर्ट लगाने के बजाय उसे खारिज कर दिया था।
शस्त्र लाइसेंस के लिए पुलिस रिपोर्ट लगाने के एवज में पांच हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया दरोगा महेश पाल सिंह निजार खां को तीन माह से पुलिस चौकी के चक्कर लगवा रहा था। दरोगा को निजार द्वारा इस मामले में पूर्व में की गई दो सिपाहियों की शिकायत की जांच सौंपी गई थी।
इसकी शिकायत पर अगवानपुर चौकी के दरोगा महेश पाल सिंह को मामले की जांच सौंपी गई थी। निजार खां का आरोप है कि इसके बाद शस्त्र लाइसेंस पर रिपोर्ट के लिए वह दरोगा से मिले तो उसने तीन माह उनसे चौकी के चक्कर लगवाए।
बाद में रिपोर्ट के एवज में 20 हजार रुपये मांगे। इस पर 19 फरवरी को निजार ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन के सीओ मोहम्मद फाजिल सिद्दीकी से की। इसके बाद सीओ ने एंटी करप्शन टीम लगा कर योजनाबद्ध तरीके से बुधवार को सिविल लाइंस थाने से दरोगा को रंगे हाथों गिरफ्तार करवा लिया।
सिविल थाना प्रभारी आरपी शर्मा ने बताया कि दरोगा पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तार दरोगा को बरेली स्थित कोर्ट में पेश किया जाएगा।