अयोध्या धाम के साथ मुरादाबाद वासियों ने भी धूम धाम से मनाया दीपोत्सव, पूरा शहर राममय आया नगर
मन्दिरों के साथ-साथ प्रत्येक हिन्दू घरों में दीपावली की तरह सज्जा दीपक, बिजली की झालरें, रंगोली, फुलझड़ियां, अनार, पटाखे द्वारा खुशियां मनाई गई
By विवेक कुमार शर्मा
Date 23.01.2023
मुरादाबाद : 22 जनवरी दिन सभी सनातन धर्म के अनुयाइयों के लिए बहुत खास था और अकल्पनीय, अविश्वसनीय उत्सव, महाउत्सव मानो यह केवल एक प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम नहीं हिन्दू समाज की भावनाएं उनका आत्मविश्वास पुनः लौट कर आया।यह वह क्षण था जिसकी एक लंबी समय से प्रतीक्षा थी, जिसकी प्रतीक्षा में हिंदू समाज पलकें बिछाए बैठा था, इसके लिए 500 वर्षों का समय और 5 लाख लोगों की बलिदान दिया था। इतनी कीमत चुकाने के बाद यह गौरव प्राप्त हो पाया। अपने आप पर जैसे विश्वास ही ना हो रहा हो कि हमारे राम किसी मंदिर में नहीं हमारे दिल में विराजमान हो गए हमारा गौरव हमारा आत्म सम्मान पुनः वापस प्राप्त हो गया।
महानगर के सभी छोटे-बड़े मन्दिरों में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन हुआ छोटे-छोटे मन्दिर में भी भव्य रूप से सजाए गए, अनेकों मन्दिरों में सुंदरकांड के पाठ, हनुमान चालीसा, विशेष पूजन-अनुष्ठान भजनों के कार्यक्रम दिन भर चलते रहे। अधिकांश मंदिरों में भंडारों का आयोजन हुआ। जैन मन्दिरों, गुरुद्वारों में भी सज्जा एवं अनेक आयोजन किये गये। मन्दिरों के अतिरिक्त भी बहुत सारी संस्थाओं ने बड़े-बड़े भंडारों का आयोजन किया गया, अनेक सार्वजनिक स्थानों, पार्कों आदि में भी सुंदरकांड और हनुमान चालीसा होते देखे गए।अनेक मंदिरों में बड़ी-बड़ी एलसीडी लगाकर भक्तों ने अयोध्या में चल रहे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लाइव देखा।
मंदिरों के साथ-साथ पूरी की पूरी गलियां पूरा-पूरा मोहल्ला भी सजाया गया अनेक स्थानों पर सड़कों पर टेंट लगाकर के भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। गांधीनगर के पार्क में एक प्रदर्शनी लगाई गई जिसमें 1992 की भयावह यादें भी थी, कि किस प्रकार राम भक्तों पर गोलियां चलाई गई लाठियां चलाई गईं हिन्दू समाज वह दृश्य अभी भूला नहीं है।
हर राम भक्त भाव-विभोर हो उठा सभी हिन्दू संगठन तमाम मंदिरों एवं आयोजनों में सहयोग करते हुए दिखाई दिए।
इस बीच यह भी चर्चा रही की बहुसंख्यक हिंदू समाज के आराध्य, आस्था और विश्वास क्यों और कैसे छीन लिए गए। और स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भी हमें 75 वर्ष तक क्यों संघर्ष करना पड़ा। इसको रोकने के लिए हमारे देश में अनेकों शक्तियां काम कर रही है और वह शक्तियां अभी शान्त नहीं बैठी नहीं है वह हमारे बीच में ही है, हमें उनसे बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है। वह शक्तियां हमारे बीच में धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे कार्य करने में लगी हुई हैं।हिन्दू समाज को सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है अपनी आगामी पीढ़ी पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
शाम को सभी मंदिरों में एवं अनेक संस्थानों में दीप दान के कार्यक्रम हुए।