आरएसएस महिला समन्वय द्वारा आयोजित ब्रह्मवादिनी कार्यक्रम सम्पन्न
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी समारोह के सिलसिले में पूरे देश में महिला सम्मेलन आयोजित किए जारहे हैं
By विवेक कुमार शर्मा
Date 17.12.2023
मुरादाबाद: राष्ट्रीय लक्ष्य पूरे देश में राष्ट्रवादी भावना वाली महिलाओं की एक टीम बनाना है। और, कार्यक्रम के पीछे एक अन्य विचार भारतीय संस्कृति, महिला शक्ति का महत्व, महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रीय पुनर्निर्माण में महिलाओं की भूमिका और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बढ़ावा देना है।
इसी कड़ी में मुरादाबाद में मुरादाबाद विभाग का कार्यक्रम कृष्ण बाल विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मंगूपुरा में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का आरंभ भारतीय संस्कृति एवं महिलाओं के प्रेरणास्पद कार्य उनके चित्रों दर्शाती भव्य प्रदर्शनी के उद्घाटन के साथ प्रारंभ हुआ उद्घाटन राष्ट्रीय समाज सेविका श्रीमती काजल हिंदुस्तानी, साध्वी जयंती भारती दिव्या ज्योति जागृती संस्थान एवं डॉक्टर सुमेधा संस्थापक चोटीपुरा गुरुकुल के कर कमल द्वारा किया गया।
कार्यक्रम को प्रारंभ करते हुए समन्वयक श्रीमती निवेदिता मित्तल ने कहां यह कार्यक्रम नारी का नारी से साक्षात्कार है भारतीय समाज में सदैव ही नारी का सम्मान रहा है लेकिन वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अबला के रूप में चित्रित नई वस्तु तथा सबसे अधिक बलशाली है इसीलिए भारतीय दर्शन में चाहे विद्यावल की बात हो चाहे धन वैभव की बात हो अथवा दुष्ट नाशिनी शक्ति की बात हो सभी की अधिष्ठात्री देवी है, कोई देवता नहीं है। यह अनायास ही नहीं अपितु नारी इसीलिए पूज्या है क्योंकि सौंदर्य बोध, कर्तव्य बोध, त्याग, स्नेह, समर्पण आदि देवीय गुना में अतुलनीय होती है भारतीय नारी।
गुरुकुल चोटीपुरा की संस्थापक डॉक्टर सुमेधा ने इस अवसर पर अपने संबोधन में लगभग 2000 बहनों को संबोधित करते हुए कहा
आया समय उठो तुम नारी
युग निर्माण तुम्हें करना है
आजादी की खुदी नींव में
तुम्हें प्रगति पत्थर भरना है
अपने को कमजोर न समझो
जननी हो सम्पूर्ण जगत की
भारतीय संस्कृति में नारी का बड़ा सम्मान है नारी से ही मकान घर बनता है उसके ऊपर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी हैं अपनी बेटी को शिक्षा देना अपनी संस्कृति देना बच्चों को वीरांगनाओं की कहानी, श्री राम की मर्यादा की शिक्षा, महाराणा प्रताप का गौरव, शिवाजी महाराज का गौरव, योगेश्वर श्री कृष्ण की शिक्षायें देना होगा।
उन्होंने बताया कि 1924 में कैंब्रिज और ऑक्सफोर्ड जैसी विश्वविद्यालय में नारियों को डिग्री नहीं दी जा सकती थी हमारे देश में नारियों का प्रारंभ से ही सम्मान था।
काजल हिंदुस्तानी ने अपनी ओजस्वी वाणी से शमा बांध दिया उन्होंने कहा धर्म बचेगा तो देश बचेगा। पी एफ आई ने घोषणा की है कि 2047 तक भारत इस्लामिक देश बन जाएगा। इसके लिए उन्होंने लव जिहाद, भूमि अतिक्रमण एवं धर्मांतरण यह तीन काम प्रारंभ कर दिए हैं। अपनी परिवार को बचाने के लिए महिलाओं की माहिती जिम्मेदारी है महिला पर दो परिवारों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यदि आज ीा देश को नहीं संभालेंगे तो आने वाली पीढ़ी में अपनी बहिन बेटियों को बुरखा पहिनाने के लिये आप तैयार रहना भारत की महिलाओं ने अपने सम्मान के लिए मरना स्वीकार किया है झुकना स्वीकार नहीं किया। परिवार में आर्थिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक व्यवस्थाओं को महिलाएं ही चलाती हैं यदि यह समाप्त हो गया तो देश समाप्त हो जाएगा। लव जिहाद बॉलीवुड द्वारा वेब सीरीज द्वारा एकता कपूर जैसी महिलाओं द्वारा हमारे देश की संस्कृति को वीभत्स कर दिया गया है उनके सीरियल में एक-एक महिला चार-चार लोगों से संबंध रखती है क्या यह भारतीय संस्कृति है अगर यह नहीं है तो वह ऐसा दिखाने वाली कौन होती है। इस प्रकार की चीजें लव जिहाद को बढ़ावा दे रही हैं और उसका परिणाम हमारी बेटियां 35 टुकड़ों में कट कर आ रही हैं। एक फिल्म का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा एक मुस्लिम लड़का और उसकी मित्र ठाकुर लड़की का वह वार्तालाप लड़का कहता है कि कल मेरी शादी होने वाली है और मेरी शादी उससे हो रही है जिसको मैं बचपन से प्यार करता हूं इस पर ठाकुर लड़की के रोल में सारा अली खान कहती है कि यह क्या लव स्टोरी हुई लव स्टोरी तो मेरी है मैं जिस लड़की से प्यार करती हूं वह मियां है सारा परिवार सारा समाज उसका विरोध करता है यह मेरी लव स्टोरी है। अत्यंत सोचनीय है कि जो महिला चींटी को आटा खिलाती है गाय के लिए पहली रोटी निकलती है वही महिला एक मुस्लिम बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर अपनी पति का हत्या कर देती है। उन्होंने मुजफ्फरनगर के दंगों की भी याद दिलाई, उन्होंने गोधरा कांड की भी याद दिलाई राम मन्दिर के पाँच सौ वर्षों के संघर्ष की भी चर्चा की।
युवतियों के लिए प्रेरणा स्रोत भारत की प्रथम महिला पायलट नम्रता चांडी नायडू ने कहा कि जो दुनिया आपको अपने सपनों का मुकाम नहीं देती है वह आपकी अपने हाथों में है मैं 30 वर्ष पूर्व पायलट बनी उसे समय महिलाओं के लिए घर से बाहर निकलना और भी कठिन था।
साध्वी जयंती भारती जी ने कहा कि नारी में बड़ी अद्भुत शक्ति होती है नारी को आप कुछ भी देते हैं वह उसको मल्टीप्लाई कर देती है, अपने बजूद को भुला कर हर रिश्ते को निभाती हैं,
ईट गारे से बने हुए मकान को घर बना देती है। कार्यक्रम की प्रसवाना श्रीमती निवेदिता मित्तल जी ,अनुसाशन में डॉक्टर सीमा शर्मा जी
आभार अभिव्यक्ति प्रांत प्रचार प्रमुख (महिला समन्वय) कैप्टन डॉक्टर मीनू मल्होत्रा ने किया कार्यक्रम का संचालन काशीष चौहान ने किया कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रदर्शनी प्रभारी प्रिया अग्रवाल जी, अल्पना रितेश गुप्त जी, प्रवेशिका प्रमुख पवित्रा, पंजीकरण प्रमुख कमलेश जी, इस अवसर पर डॉक्टर प्रेमवती उपाध्याय वरिष्ठ समाज सेविका, शिखा गुप्ता, प्रिया अग्रवाल, प्रिया जैन, अल्पना गुप्ता, शशि चौहान, कमलेश गोयल, राजुल जी, फोटो प्रमुख दीक्षा गंगवार, अक्षरी प्रकाश, मदालसा शर्मा जी,आरती गुप्ता, चारु भल्ला जी, डॉक्टर मीना जी बौद्धिक प्रमुख,कविता गुप्ता जी रेखा विष्ट जी, अंजली जी, शूर्ति गुप्ता जी एवं भिन्न-भिन्न विद्यालयों की समस्त शिक्षिकाएं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बंधु करो का विशेष सहयोग रहा।